UPS kya hai aur kitne prakar ke hote hain | What is UPS in hindi

UPS kya hai what is ups in hindi ups किसे कहा जाता है ups का फुल फॉर्म क्या है Full Form of UPS in hindi ups कितने प्रकार के होते हैं types of UPS in hindi UPS का उपयोग UPS कैसे काम करता है UPS की परिभाषा क्या है?

दोस्तों आज के इस आर्टिकल “UPS kya hai” में मैं आपको UPS की पूरी जानकारी हिंदी में देने वाला हूँ जिसे पढने के बाद आपके मन में UPS को लेकर जो भी सवाल होगा उसका जवाब मिल जायेगा।

इस आर्टिकल “UPS kya hai” में आप जानेंगे की UPS क्या है, UPS का फुल फॉर्म क्या है, UPS कितने प्रकार के होते हैं, UPS कैसे काम करता है, UPS की परिभाषा क्या है और UPS का उपयोग क्या है?

RAM क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?

ROM क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?

RAM और ROM में क्या अंतर है?

CPU क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?

दोस्तों अगर आप एक कंप्यूटर साइंस का स्टूडेंट हैं या आप कंप्यूटर के बारे में पढना चाहते हैं तो मुझे उमीद है की ये आर्टिकल “UPS kya hai” आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा।

UPS kya hai hindi
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यूपीएस क्या है? UPS kya hai – What is UPS in hindi

UPS एक यैसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो मैंन पॉवर कट होने पर भी कंप्यूटर, सर्वर, ऑडियो प्लेयर, विडियो प्लेयर जैसे एलेक्र्टिक उपकरणों को कुछ समय तक पॉवर देने का काम करता है। अर्थात UPS कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रिक उपकरणों के लिए पॉवर बैकअप देने का काम करता है। जिससे पॉवर जाने पर कंप्यूटर कुछ समय तक चलता रहता है और यूजर अपने data को जल्दी से save कर लेता है।

UPS का पूरा नाम Uninterrupted Power Supply है जिसका हिंदी अर्थ निरंतर विधुत आपूर्ति होता है। UPS के नाम से ही पता चलता है की ये हमेसा पॉवर देने का काम करता है। UPS में बैटरी लगा होता है और यही बैटरी पॉवर कट होने पर कंप्यूटर में कुछ देर तक पॉवर देता रहता है।

UPS का Full Form क्या है? – UPS Full Form in hindi

UPS का फुल फॉर्म (Full Form) Uninterrupted Power Supply है, जिसका हिंदी मतलब निरंतर विधुत आपूर्ति होता है।

UPS कितने प्रकार के होते हैं?

UPS तिन प्रकार का होता है जिसे Offline UPS, Online UPS और Line Interactive UPS कहा जाता है। ये तीनो प्रकार के ups का एक ही काम होता है की पॉवर कट होने पर कुछ समय के लिए एलेक्र्टिक उपकरणों को बैकअप देना। लेकिन तीनो प्रकार के UPS का काम करने का तरीका अलग अलग होता है, तो चलिए इस तीनो प्रकार के UPS के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।

1. Offline UPS

Offline UPS क्या होता है या Offline UPS कैसे काम करता है इसके बारे में मैं आपको Offline UPS Block Diagram के माध्यम से समझाऊंगा जिससे आप Offline UPS के बारे में अच्छे से समझ सकेंगे।

आप ऊपर दिए Block Diagram में देख सकते हैं की कुछ जगहों और बॉक्स को Main Power Supply, Surge Suppressor, Filter, Rectifier, Battery, Inverter, Transfer Switch, Load (इलेक्ट्रिक उपकरण) आदि नाम दिया गया है और Input Power को Root A और Root B नाम दिया गया है जिससे आपको Offline UPS को समझना आसान होगा।  

Main Power Supply से जब Offline UPS में Power का Input होता है तो UPS में पॉवर दो रूट में बंट जाता है और दोनों Root में एक साथ पॉवर इनपुट होता रहता है जिसे समझने के लिए हम Root A और Root B के नाम से जानेंगे।  

Main Power Supply से Root A

  • Main Power Supply से Root A की ओर आने वाले पॉवर पहले Surge Suppressor में जाता है। यहाँ Surge Suppressor मैंन पॉवर सप्लाई से आने वाले पॉवर को कंट्रोल करता है क्योंकि Main power supply से आने वाले पॉवर की क्षमता कम ज्यादा होता रहता है।
  • फीर Surge Suppressor से पॉवर Filter में जाता जहाँ पॉवर से नोइस को हटाया जाता है।
  • पॉवर से फ़िल्टर द्वारा नोइस हटाने के बाद पॉवर Transfer Switch में जाता है और Transfer Switch पॉवर को Load यानि इलेक्ट्रिक उपकरण में भेजता है।

Main Power Supply से Root B

  • Main Power Supply से Root B की ओर आने वाले पॉवर पहले Rectifier में आता है और Rectifier AC को DA में convert कर देता है।
  • अब Rectifier के द्वारा AC को DC में convert करने के बाद DC पॉवर को Battery में भेजता है। क्योंकि Battery AC पॉवर से चार्ज नहीं होता है इसलिए बैटरी को चार्ज करने के लिए DC पॉवर दिया जाता है।
  • अब बैटरी चार्ज होने के बाद Battery से DC पॉवर निकलकर Inverter में जाता है।
  • Inverter बैटरी से आने वाले DC पॉवर को AC में convert कर देता है और उसे Transfer Switch की ओर भेज देता है।
  • अब सारा खेल Transfer Switch करता है, जब भी Main Power Supply कट जाता है और Root A से पॉवर का इनपुट आना बंद हो जाता है तो Transfer Switch रूट A को छोर कर रूट B से इनपुट पॉवर लेने लग जाता है और रूट B से पॉवर लेकर Load को देने लग जाता है।
  • दुवारा फीर से जब रूट A से पॉवर आने लगता है तो Transfer switch रूट B को छोर कर रूट A से इनपुट पॉवर लेने लेकर Load को देने लगता है।

Offline UPS में Transfer switch का अहम् भूमिका होता है क्योंकि ट्रान्सफर switch ही पॉवर की रूट को बार बार बदलता रहता है।

2. Online UPS

Online UPS kya hai या Online UPS कैसे काम करता है इसके बारे में मैं आपको निचे Online UPS Block Diagram के माध्यम से समझाऊंगा जिससे आपको Online UPS के बारे में आसानी से समझ सकेंगे।

आप ऊपर दिए Online UPS Block Diagram में देख सकते हैं की Main power supply से UPS में आने वाले इनपुट का एक ही रूट होता है और दुसरे रूट को Static Bypass बना दिया जाता है। Offline UPS के तरह भी Online UPS में Rectifier, Battery, Inverter और Transfer Switch होता है।

  • Online UPS में Main Power Supply से आने वाला इनपुट पहले Rectifier में जाता है और Rectifier के द्वारा AC को DC में convert किया जाता है। Rectifier AC को DC में convert करके बैटरी में भेज देता है।
  • आपको ऊपर बताया था की बैटरी AC पॉवर से चार्ज नहीं होता है इसलिए बैटरी Rectifier से आने वाले DC पॉवर से चार्ज होने लग जाता है और बैटरी DC पॉवर को Inverter में भेजने लग जाता है।
  • अब Inverter बैटरी से आने वाले DC को AC में convert करके Transfer switch को भेज देता है।
  • अब जाकर Transfer Switch पॉवर को Load में देता है।
  • Online UPS में जब Main power supply कट जाता है तो बैटरी की पॉवर जब तक रहता है तक UPS Load देता रहता है।

Online UPS में अगर कोई तकनिकी खराबी आजाता है जैसे की बैटरी ख़राब होने, चार्जर ख़राब होने या Inverter ख़राब होने पर Static Bypass बटन को उसे करके Bypass किया जाता है और ठीक होने पर फीर online UPS को Bypass से हटा दिया जाता है।

3. Line Interactive UPS

Line Interacticve UPS kya hai और कैसे काम करता है इसके बारे में मैं आपको Diagram के मदद से समझाऊंगा जिससे आप आसानी से Line Interactive UPS के बारे में समझ सके।

ऊपर दिए Line Interactive Block Diagram को आप देख सकते हैं। इस UPS में भी बैटरी होता है और इसमें Inverter को और Converter को एक ही device बना दिया गया है जिससे एक ही device में AC से DC और DC से AC में पॉवर convert होता रहता है।

  • Main power supply से ये UPS एक ही रूट से इनपुट लेता है।
  • इस UPS में डायरेक्ट पॉवर Inverter और Converter के device में जाता है।
  • इस device के माध्यम से डायरेक्ट पॉवर Load को दिया जाता है और इसी device के द्वारा पॉवर को AC से DC में बदल कर बैटरी में भेजा जाता है जिससे बैटरी चार्ज होता है।
  • अगर Main power supply कट जाता है तो Inverter & converter डिवाइस द्वारा बैटरी से DC पॉवर लेकर और उसे AC में बदल कर Load को देता है।

मुझे लगता है की इस आर्टिकल UPS kya hai को यहाँ तक पढने के बाद अब आपको UPS की तीनो प्रकार के बारे में सही से समझ आगया होगा। अगर ये जानकारी अच्छा लग रहा है तो आगे पढ़िए और अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य कीजिये ताकि उन्हें भी UPS की सही जानकारी मिल सके। 

UPS के कितने parts होते है? Parts of UPS in hindi

दोस्तों अब मैं आपको इस आर्टिकल UPS kya hai के माध्यम से बताऊंगा की UPS के कितने Parts होते हैं और किस पार्ट्स का कोण सा काम होता है। तो चलिए UPS के सभी पार्ट्स के नाम और कार्य के बारे में थोरा विस्तार से जान लेते हैं।

Surge Suppressor – Surge Suppressor का काम होता है की Main power supply से आने वाले पॉवर को कण्ट्रोल करना। क्योंकि Main power supply से आने वाले current का power कम ज्यादा होता रहता है इसलिए Surge Suppressor इसे कण्ट्रोल करता रहता है।

Filter – Surge Suppressor से निकलकर पॉवर फ़िल्टर device में आता है जहाँ फ़िल्टर डिवाइस पॉवर से नोइस को अलग करने का काम करता है। फ़िल्टर नोइस हटाने के बाद पॉवर को ट्रान्सफर स्विच में भेज देता है और ट्रान्सफर स्विच पॉवर को लोड यानि इलेक्ट्रिक उपकरणों को देता है।

Rectifier – Rectifier डिवाइस Main power supply से आने वाले AC को DC में बदल कर चार्जर के माध्यम से बैटरी में भेजता है जिससे बैटरी चार्ज होता है। क्योंकि बैटरी AC पॉवर से चार्ज नहीं होगा इसलिए Rectifier AC को DC में बदल कर बैटरी में भेजने का काम करता है।

Battery – बैटरी पॉवर बैकअप का काम करता है यानि बैटरी में जितना पॉवर होगा या जितना बैटरी चार्ज होगा उतने देर तक UPS इलेक्ट्रिक उपकरण को लोड देता रहेगा।

Inverter – Inverter का काम होता है की बैटरी से आने वाले DC पॉवर को AC में convert करना। Inverter बैटरी से आने वाले DC पॉवर को convert करके ट्रान्सफर स्विच को भेजता है और ट्रान्सफर स्विच inverter से आने वाले AC पॉवर को Load में भेजता है।

Transfer Switch – UPS में Transfer switch का अहम् रोल होता है क्योंकि ट्रान्सफर स्विच ही ups में पॉवर की रूट को चेंज करता रहता है।

UPS कैसे काम करता है?

UPS कैसे काम करता है इसे सही से समझने के लिए निचे दिए गए Offline UPS की Diagram को सही से देखिये। मैं इस Diagram के माध्यम से आपको समझाने की कोशिश करूँगा की UPS कैसे काम करता है जिससे आपको समझने में आसानी हो।

जैसा की आप ऊपर के डायग्राम में देख सकते हैं की Main power supply (AC) UPS में इनपुट करने के बाद दो रूट में बंट जाता है।

रूट एक से Main power पहले Rectifier में जाता है जहाँ Rectifier के द्वारा AC को DC में convert किया जाता है। AC को DC में बदलने के बाद Rectifier चार्जर के द्वारा DC को Battery भेजता है। यहाँ AC को DC में इसलिए बदला जाता है क्योकी AC से बैटरी चार्ज नहीं होता है।

जब Battery चार्ज हो जाता है तब Battery DC को Inverter में भेजता है और inverter के द्वारा DC को AC में बदला जाता है। inverter DC को AC में बदलने के बाद AC को Transfer Switch में भेज देता है।

दुसरे रूट से पॉवर Surge Suppressor और Filter से होते हुए सीधे Transfer Switch में जाता है और फीर पॉवर को Transfer Switch इलेक्ट्रिक उपकरण में भेजता है।

Main power supply कटने के बाद Transfer Switch पॉवर की रूट बदल कर बैटरी से पॉवर लेने लगता है और फीर इलेक्ट्रिक उपकरण को पॉवर देता है। जब फीर से Main पॉवर supply से पॉवर इनपुट होने लगता है तो ट्रान्सफर स्विच पॉवर को बैटरी से हटाकर मैंन पॉवर पर कर देता है।  

UPS का उपयोग क्यों किया जाता है?

जैसा की आप लोगो को पता होगा की डेस्कटॉप कंप्यूटर में laptop और mobile की तरह बैटरी नहीं होता है, यैसे में अगर अचानक पॉवर कट होने पर कंप्यूटर band हो जाता है। कंप्यूटर में आप जो भी काम कर रहे होते हैं और उसे save नहीं किये होते हैं तो वो data delete हो जाता है, जिससे आपका परेशानी बढ़ जाता है। अचानक पॉवर कट होने से आपके कंप्यूटर का operating system भी करप्ट हो सकता है।

इसलिए कंप्यूटर को निरंतर चलाने के लिए UPS का उपयोग किया जाता है जिससे पॉवर कट होने पर भी आपका कंप्यूटर कुछ समय तक चलता रहे और आप जल्दी से अपना data save कर सके।

UPS उपयोग करने के फायदे

  • UPS बिजली चले जाने के बाद भी कंप्यूटर उपकरणों को अपने क्षमता के अनुसार कुछ समय तक पॉवर देता रहता है जिससे कोई भी इलेक्ट्रिक उपकरण अचानक बंद ना हो।
  • UPS इलेक्ट्रिक के द्वारा होने वाली Surges, Spikes, Dips और Failure जैसे खरावियों से उपकरणों को प्रोटेक्ट करता है। 
  • UPS में लगे Filter के द्वारा बिजली से आने वाले सभी नोइस को क्लीन करके उपकरणों तक भेजा जाता है।

UPS उपयोग करने के नुकसान

  • UPS की बैटरी ज्यादा दिनों तक नहीं चलता है ये कम समय में ही ख़राब हो जाता है।
  • UPS की बैटरी को ज्यादा समय तक चार्ज करना परता है।
  • UPS काफी मंहगा भी होता है।

Conclusion / निष्कर्ष – आपने क्या सिखा

दोस्तों मैं उमीद करता हूँ की इस आर्टिकल “UPS kya hai” में दिए गए जानकारी को पढ़ कर आपको UPS के बारे में सही जानकारी मिला होगा। मुझे लगता है की आपके मन में UPS को लेकर जो भी सवाल होगा उसका जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल गया होगा।

वैसे तो मैं इस आर्टिकल “UPS kya hai” सब कुछ सही सही और सरल भाषा में समझाने की कोशिश किया हूँ फीर भी लगे की आपको लगे की इस आर्टिकल में कुछ त्रुटी है तो आप मुझे कमेंट करके अवश्य बयाइए. मैं उसे जल्द से जल्द update करने की कोशिश करुगा।

इस आर्टिकल “UPS kya hai” को पढने के बाद आपके मन में कोई प्रश्न आया हो या आप मुझसे कुछ पूछना चाहते हैं तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं या मेरे इस ब्लॉग rahiweb.com के Contact Us page में जाकर मुझसे contact कर सकते हैं। 

मुझे उमीद है की ये आर्टिकल “UPS kya hai” आपको अच्छा लगा होगा, गर ये आर्टिकल आपको अच्छा लगा और आपको लगता है की ये जानकारी महत्वपूर्ण है तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिये ताकि उन्हें भी UPS की पूरी जानकारी मिल सके। इस आर्टिकल UPS kya hai को शुरू से लेकर यहाँ तक पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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